Soch

जब हम किसी भी चीज़ के लिए सचमुच दिल से तैयार हो जाते हैं तो वह चीज़ आ जाती है. जब आप किसी भी चीज़ को इतनी बुरी तरह पाना चाहते हैं की उसे पाने के लिए अपना पूरा भविष्य जिंदगी के एक ही पासें पर दांव लगा दें तो आप की जीत तय है. जीत उन्ही को मिलती है जो जीत के बारे में जागरूक हैं. हमसे ज्यादातर लोग यह कहते मिल जायेंगे की हम यह काम नहीं कर सकते, क्योंकि उनके चिंतन की आदतें गरीबी, कमियां, दुःख, असफलता और हार के दलदल में फंसी हैं. इंसान इस दुनिया की सर्वोतम कृति है. यह अपने हौसलों की वजह से चाँद पर जाता है, बड़े-बड़े महासागर पार करता है, बर्फीली चोटियाँ पर विजय प्राप्त करता है और अपनी द्रढ़ इच्छाशक्ति के बल पर वैज्ञानिक मान्यताओं को झुटलाकर अपनी मंजिल प्राप्त कर लेता है. हर चार वर्षों में ओलंपिक खेल व वर्ल्डकप फूत्बल्ल होते हैं. यह सिद्ध करता है की मानव की छमता की कोई अंतिम सीमा नहीं है. 
इस कामयाबी के सुख के लिए इंसान तपते रेगिस्तान में जाता है, बर्फीले महासागर पार करता है. कभी खुद की सीमाएं मत बनाओ. ज्यादातर लोग कुछ भी करने  से पहले सोच की सीमा बना लेते हैं और फिर उस सोच के दाएरे में ही सारी जिंदगी बिता देते हैं.
आप वहां तक पहुँच सकते हैं जहाँ तक आपकी सोच जाती है. हमेशा संभावनाओं को ढूँढने की कोशिश करें और फिर उन पर यकीन करके आगें बड़ें |

By -  Saraswati Kothari  

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